पायरिया दातों में रहने वाले एक प्रकार के प्रोटोजोआ से होता है। कहते हैं कि एक बार पायरिया हो जावे तो जिदंगी भर ठीक नहीं होता । कैसी नादानी पूर्ण बात है कुछ कंपनिया तो महंगे दंत मंजन खाली पायरिया के नाम पर ही बेचती है जिनका करोड़ो रूपये का टर्न ओवर है परन्तु पायरिया ठीक नहीं होता।
मैं जो नुक्सा बताने जा रहा हुं वो हमारा परम्परागत नुक्सा है तथा सभी जानते हैं परन्तु उपयोग का तरीका सही नहीं आने से यह नुक्सा पायरिया ठीक कर सकता है कोई मानता नहीं है अतः मैं इसे वापस रीपीट कर देता हुं
चुटकी भर सादा नमक चुटकी भर हल्दी में चार पांच बुंद सरसों का तेल मिला कर उंगली से दांतों पर लगाकर 20 मिनट तक रखें लार आवे तो थुकते रहें लिजिये सर पायरिया एक ही दिन में ठीक हो जावेगा तथा ज्यादा ही पुराना है तो 3 दिन लगेगें व रोज करेंगें तो जिदंगी भर वापस नहीं होगा।
असल में इस सिंदात में 20 मिनट रूकने का ही चम्तकार है इसकी वजह है कि हमारे घरेलु नमक में किटाणुनाशक शक्ति है असल में नमक किटाणुओं के शरीर से पानी खेंच लेता है जिससे वो मर जाते हैं याद किजिए नमक डालने से अचार खराब नहीं होता तथा नमक के गरारे करने से गले का इन्फेक्शन ठीक हो जाता है इसी प्रकार नमक हल्दी व तेल 20 मिनट लगाकर रखने से पायरिया के प्रोटोजोआ ( अमीबा ) की सैल का पानी खत्म हो जाने से यह प्रोटोजोआ खत्म हो सकता है।
इसमें हल्दी पायरिया से मुहं में हुवे घावो को हील करती है तथा सरसों का तेल दांतों की परत पर नमक के अणुओं की रगड़ लगने से बचाता है तथा ज्यादा जोर से रगड़ना भी नहीं है केवल हल्के हाथ से लगाकर 20 मिनट बैठना है मुंह में थुक आवे तो थुक सकते हैं परन्तु थुकने पर थोड़ा मिश्रण वापस जरूर लगावें।