सबसे ज्यादा प्रदूषण ना तो पराली जलाने से होता है ना ही पटाखों से होता है। सबसे ज्यादा प्रदूषण वाहनों से होता है अतः सरकारों को मेरी सलाह है कि सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन तुरंत प्रभाव से रद्द करके वाहनों को जमा कर लेवे तथा बदले में वाहन अनुसार स्कूटर मोटर साईकल वालों को एक एक खच्चर दे देवे। कार जीप वालों को एक एक तांगा ( मंहगी कार जीप वालों को घोड़े का तांगा व सस्ती कार जीप वालों को गधे का तांगा) दे देवे।
ट्रक वालों को एक एक बैलगाड़ी या उंट गााड़ी दे देवे। रोडवेज व बसों के स्थान पर उतम नस्लों के अरबी घोड़ों वाले तेज गति के सार्वजनिक तांगें चलवा देवे। फिर देखो फायदा तेल में जा रही विदेशी मुद्रा भी बचेगी तथा प्रदूषण भी कम हो जायेगा।
अभी आपको उक्त मांग पढ़कर हंसी आ रही होगी पर संसार चक्रीक रूप से चलता है पुराना फैशन यहां नया बन कर आता है वो दिन अब दूर नहीं लग रहा जब कानुन व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों के पास अच्छी नस्लों के घोड़े होगें आम जनता के पास सायकिल गधे व खच्चर होगें। बैलगाड़ी व तांगें की आरसी बनेगी पैट्रोल पम्पों की जगह चारा डीपो खुलेगें।
आपका सुझाव प्रकर्ति की सुरक्षा के लिए ओर राष्ट्र हित हेतु श्रेष्ठ है
ReplyDeleteThank you Yogesh Rawal ji Jay Mahadev
DeleteNice blogg post
ReplyDeleteI enjoyed reading your blog thanks.
ReplyDeleteप्रिय महेश जी,
ReplyDeleteसप्रेम नमस्कार,
मै, जलसंपदा विभाग (महाराष्ट्र शासन) से सेवानिवृत्त कार्यकारी अभियंता हुं, आजकल मै आपके शेयर मार्केट पर उपलब्ध व्हिडीओ देख रहा हुं. आपकी पाठशाला के सभी व्हिडीओ देख चुका हुं और अगले भाग कि प्रतिक्षा कर रहा हुं, तब तक आपके ओर से शेयर मार्केट पर उपलब्ध कराई गयी अन्य व्हिडीओ देख रहा हुं.
इसी दरम्यान ‘सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द करके जब्त करने की मांग’ शिर्षाकींत ब्लाग पढ़ा, आपका शासन व्यवस्था को दिया गया सुझाव पढकर, बहूतही आनंद आ गया, किंतु इसके लिए हमारे पास बहुतही अच्छा पर्याय है.
पहले हमे यह समझना होगा कि, कोई भी वाहन आर.टी.ओ. की नियमोनुसार 10 या 15 वर्ष के बाद निरस्त हो जाता है, मगर हमारी जनता इसे उसी स्थीती मे इसी वाहनका उपयोग जारी रखते है.
इस स्थीती मे उनको बार बार उस वाहनको मेकॅनिक के पास ले जाकर दुरुस्त करना अनिवार्य होता है. इसमे उस वाहन मालिक कि आर्थीक हानी होती है, मगर उस वाहनके साथ उसका लगाव होता है, या वो इस स्थीती मे नही होता है कि नया वाहन खरिदे. इस स्थीती मे करे तो क्या करे ?
इसका सरल उत्तर यह है कि, उस वाहन को इलेक्ट्रिक वाहन स्वरुप मे रुपातंरीत कर ले. आप यह सुनकर आप शायद अचंबीत होंगे या विश्वास नही करेंगे, परंतु यह सत्य है. अब आप यह कहोगे कि, यह तो नियमोंका उलंघन होगा, मगर नही, यह रुपातंरण शासन मान्य है. अगर आप आपका पुराना वाहन इलेक्ट्रिक वाहन स्वरुप मे रुपातंरीत करते हो, तो वह केंद्र शासन भुपृष्ठ वाहतुक मंत्रालय, राज्य शासन परिवहन मंत्रालय, ARAI और संबधीत राज्य के आर.टी.ओ. की नियमोनुसार सर्वमान्य है.
हमे और एक बात समझनी होगी कि, कोई भी वाहन नियमानुसार निरस्त तब हो जाता है, जब वह जादा प्रदुषण करता है, नाकी वह केवल पुराना हो जाता है. प्रदुषण तो उसके साथ लगा हुवा इंजिन करता है, ना कि उसकी बॉडी, जब आपके वाहनकी बॉडी अच्छी है, इस बॉडीके साथका इंजिन हटा दिया जाए और उसे इलेक्ट्रिक वाहन स्वरुप मे रुपातंरीत कर ले तो क्या आपत्ती है, जबकी यह शासन मान्य है.
आज हिंदुस्थान के रास्तोंपर करोडे वाहन इसी पुरानी अवस्थामे उपयोग मे लाये जाते है. इसी सब वाहनोंको कबाड मे दालना कितना व्यवहार्य है ? जबकी हमारे पास इसके लिए पर्याय उपलब्ध है. आज हमारी सरकार इलेक्ट्रिक वाहन उपयोग मे लाने के लिए बढावा दे रही है, उसिके समांतर रुपमे यह रुपातंरण भी अधिक मात्रा मे आर्थीक स्वरुप फायदेमंद है.
किसी भी दु-पैया वाहन को चलाने का खर्चा रु.2.00 से रु.2.50 प्रति किलो मिटर है, जबकी यही खर्चा इलेक्ट्रिक वाहन स्वरुप मे रुपातंरीत करनेके बाद, मात्र 15 पैसे प्रति किलो मिटर आता है. अब आप यह अंदाजा लगा सकते हो कि, हम सालाना कितना पैसा बचा सकते है. इस रुपातंरण मे लगनेवाली लागतपुंजी मात्र एक या दो साल मे निकल जाती है. आपका लगाव वाला पुराना वाहन आपहीके पास रहता है, और आप उसको चाहो जबतक उपयोग मे ला सकते हो.
अब आपके मन मे यह भी प्रश्न उठ सकता है कि, क्या यह रुपातंरीत इलेक्ट्रिक वाहन मुझे पहले वाहन कि तरह अनुभव देगा, क्या यह उतनी स्पीड देगा, क्या यह उतनाही वजन खिंचेगा ? इसका उत्तर यही है कि, यह रुपातंरण ARAI प्रमाणित है. हिंदुस्थान मे केवल यह प्रमाणिकरण हमारे पास है. इस विधी का Patent भी हमारे पास है.
आज संपुर्ण देश मे हमारी कंपनी, GOGOA1 MOTORS PVT LTD., यह रुपातंरण सुविधा प्रदान करा रही है. हर राज्य मे इसकी Franchise खूल रही है. आपके राज्यस्थान मे भी यह सुविधा हमारे कंपनी कि ओर से उपलब्ध करा दी गयी है.
मै आशा करता हुं कि आप मेरे इस सुझाव को स्विकृत करेंगे और इसका प्रसारण भी करंगे.
अधिक जाणकारी के लिए मुझे kd.ewheels@gmail.com या मेरे संपर्क क्र. 98225 56729/94220 72630 पर संपर्क कर सकते है.
आपका कृपाभिलाषी
इंजि. दत्तात्रय पुरी
लातुर (महाराष्ट्र)